भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए एशिया कप 2025 के सुपर-4 मुकाबले के बाद एक विवादित दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। दावा किया गया कि भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तानी खिलाड़ी साहिबजादा फरहान को “आतंक की धरती से आया खिलाड़ी” बताया और यह भी कहा कि “ऐसे खिलाड़ी आतंक जैसा ही बर्ताव करते हैं।”
इस कथित बयान का स्क्रीनशॉट कई फेसबुक, X (पूर्व में ट्विटर) और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। इसमें एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकार और सूर्यकुमार यादव के बीच बातचीत को दिखाया गया है, जिसमें उन्हें कथित तौर पर फरहान के 'बंदूक चलाने' जैसे जश्न को आतंकी व्यवहार कहने वाला बताया गया है।
फैक्ट चेक टीम ने क्या पाया?
फैक्ट चेक टीम ने इस दावे की सच्चाई जांचनी शुरू की, तो सबसे पहले 21 सितंबर 2025 को खेले गए भारत-पाकिस्तान मैच के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस का पूरा वीडियो खंगाला गया। यह वीडियो Asian Cricket Council (ACC) के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध है और इसे 22 सितंबर को अपलोड किया गया था।
इस पूरा वीडियो देखने के बाद यह साफ हो गया कि सूर्यकुमार यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया, जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो और स्क्रीनशॉट का सच
फेसबुक पर 8 सितंबर और X (ट्विटर) पर 22 सितंबर को कुछ यूजर्स ने एक स्क्रीनशॉट के साथ पोस्ट किया, जिसमें लिखा था:
“पत्रकार: साहिबज़ादा फरहान के अजीब सेलिब्रेशन पर क्या कहेंगे?
सूर्यकुमार यादव: जिस देश की पहचान आतंकवाद हो, वहां के नागरिकों से सभ्यता की उम्मीद करना बेकार है। आतंक की धरती से आए खिलाड़ी, आतंक जैसा ही बर्ताव करेंगे।”
यह कथन सुनने में भले ही तीखा और विवादास्पद लगे, लेकिन इसकी कोई सत्यता नहीं है। फैक्ट चेक में सामने आया कि ये पूरी तरह से मनगढ़ंत बयान है, जिसे बिना किसी पुष्टि के वायरल किया गया।
असल में सूर्यकुमार यादव ने क्या कहा?
असल प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूर्यकुमार यादव ने कहा:
“मुझे लगता है कि अब आप लोगों को इंडिया-पाक राइवलरी की बातें बंद करनी चाहिए। अगर दो टीमें बराबर मैच जीत रही हों, तो राइवलरी होती है। लेकिन जब स्कोरलाइन एकतरफा हो, तो राइवलरी नहीं होती। मुझे सही आंकड़ा नहीं मालूम, लेकिन यही सच है।”
उन्होंने कहीं भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं की और न ही किसी के सेलिब्रेशन को लेकर आतंक से जोड़ा।
निष्कर्ष: वायरल दावा फर्जी है
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सूर्यकुमार यादव ने साहिबजादा फरहान को आतंकी नहीं कहा।
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वायरल पोस्ट और स्क्रीनशॉट झूठे और भ्रामक हैं।
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पूरा वीडियो उपलब्ध है जिसमें स्पष्ट रूप से दिखता है कि ऐसी कोई टिप्पणी नहीं की गई।
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यह मामला सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने का एक और उदाहरण है।
लोगों से अपील
सोशल मीडिया पर किसी भी वायरल बयान, फोटो या वीडियो को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें। गलत जानकारी न केवल खेल भावना को चोट पहुंचाती है बल्कि दो देशों के बीच तनाव भी बढ़ा सकती है।
निष्पक्ष खेल भावना को बनाएं रखें
क्रिकेट एक जेंटलमेन का खेल है और खिलाड़ियों को राजनीति या आतंकी टिप्पणी से जोड़ना बेहद अनुचित और गैर-जिम्मेदाराना है। सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्होंने हमेशा खेल के मैदान में मर्यादा और सम्मान का परिचय दिया है।