मुंबई, 13 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान में ट्रम्प के पीस प्लान का समर्थन करने के खिलाफ तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) के प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पुलिस की फायरिंग में अब तक TLP के 250 से अधिक कार्यकर्ता और नेता मारे गए हैं, जबकि 1,500 से अधिक घायल हुए हैं। TLP चीफ साद हुसैन रिजवी इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं और उन्होंने लाहौर से इस्लामाबाद तक गाजा समर्थक, इजराइल विरोधी और सरकार विरोधी मार्च निकाला। मार्च के दौरान रिजवी भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उन्हें पास के मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया है।
पंजाब प्रांत में सुरक्षा बलों और TLP प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें दो पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हुए। ऑपरेशन रात 2 बजे शुरू होकर सुबह 7 बजे तक चला। मुरीदके में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की, जिसमें रेंजर्स समेत सुरक्षा बलों ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। प्रदर्शनकारियों ने कई जगह कैंप लगाए थे, लेकिन भारी बैरिकेडिंग के बावजूद हिंसा फैल गई। शनिवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने 170 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सुरक्षा बलों ने उनके खिलाफ हथियारों का प्रयोग किया और मीडिया कवरेज पर भी रोक लगाई गई।
विरोध प्रदर्शन तब भड़क उठा जब पंजाब पुलिस ने गुरुवार देर रात TLP मुख्यालय पर छापा मारकर साद रिजवी को गिरफ्तार करने की कोशिश की। रिजवी इस दौरान बचकर निकल गए, लेकिन पुलिस और समर्थकों के बीच झड़पें हुईं और कई लोग घायल हुए। पुलिस ने शहर की सड़कों को बंद कर दिया और सरकारी दफ्तरों तथा विदेशी दूतावासों वाले रेड जोन को पूरी तरह सील कर दिया। TLP नेता साद रिजवी ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि गिरफ्तारी और गोलियां कोई समस्या नहीं हैं, शहादत उनकी नियति है।