अमेरिका और वेनेजुएला के बीच चल रहे तनाव में उस समय एक बड़ा मोड़ आ गया, जब अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला के तट के पास एक विशाल तेल टैंकर को जब्त कर लिया। इस कार्रवाई को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वेनेजुएला पर दबाव बनाने की चार महीने से चल रही नीति का सबसे बड़ा और सबसे आक्रामक कदम माना गया। यह घटना दोनों देशों के बीच पहले से ही नाजुक संबंधों को और अधिक जटिल बनाने वाली थी।
टैंकर पर अमेरिकी सैनिकों का हमला
राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए इसे वेनेजुएला के तट पर जब्त किया गया "शायद अब तक का सबसे बड़ा टैंकर" बताया। हालांकि, उन्होंने जहाज के मालिक या उसकी राष्ट्रीयता के बारे में कोई विशिष्ट जानकारी साझा नहीं की।
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया, जिसने इस ऑपरेशन की पुष्टि की। वीडियो में अमेरिकी सैनिकों को हेलिकॉप्टर के माध्यम से टैंकर के डेक पर उतरते हुए दिखाया गया था, जो एक अचानक और सैन्यीकृत कार्रवाई को दर्शाता है।
इससे पहले भी, अमेरिका ने वेनेजुएला से जुड़ी तीन छोटी नौकाओं को यह आरोप लगाकर उड़ा दिया था कि वे मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल थीं। इनमें से एक छोटी नाव को लेकर एक विवाद भी सामने आया था, क्योंकि यह सूरीनाम की ओर जा रही थी, लेकिन अमेरिकी हमले में कथित तौर पर उसमें मौजूद लोगों की जान चली गई थी। यह घटना अमेरिका की 'दबाव की नीति' में सैन्य बल के बढ़ते उपयोग को दर्शाती है।
कार्रवाई का कारण: आतंकी संगठनों से संबंध
अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी के अनुसार, इस तेल टैंकर पर कार्रवाई इसलिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह कई सालों से अमेरिकी प्रतिबंधों की सूची में था। यह जहाज कथित तौर पर एक गैर-कानूनी तेल तस्करी नेटवर्क से जुड़ा हुआ था, जो विदेशी आतंकी संगठनों को आर्थिक सहायता प्रदान करता था। अमेरिका का दावा था कि यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के लिए आवश्यक थी।
मादुरो का 'योद्धा' आह्वान
अमेरिका की इस सैन्य कार्रवाई पर वेनेजुएला की सरकार ने तुरंत कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि, कराकास में आयोजित एक रैली में वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अपने देश के नागरिकों को संबोधित किया।
मादुरो ने लोगों से "योद्धा की तरह तैयार रहने" का आह्वान किया और कहा कि जरूरत पड़ने पर उन्हें "अमेरिका के साम्राज्य के दांत तोड़ देने" के लिए तैयार रहना चाहिए। विरोध और तनाव के इस माहौल के बावजूद, मादुरो को रैली में नाचते-गाते हुए देखा गया, जहाँ वह अपने लोगों से चिंता न करने का आग्रह कर रहे थे।
यह घटना वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था को लक्षित करने वाली अमेरिकी प्रतिबंधों की व्यापक रणनीति का एक हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य राष्ट्रपति मादुरो की सरकार पर दबाव बनाना और उन्हें सत्ता से हटाना था। टैंकर को जब्त करने की यह कार्रवाई दोनों देशों के बीच संबंधों में एक खतरनाक वृद्धि थी।