पाकिस्तान क्रिकेट टीम एक बार फिर विवादों में घिरी हुई है। इस बार विवाद का केंद्र हैं टीम के दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान, जिन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के साथ खुला टकराव शुरू कर दिया है। कप्तानी छिनने और कॉन्ट्रैक्ट में डिमोशन से नाराज रिजवान ने PCB द्वारा प्रस्तावित सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट साइन करने से साफ इनकार कर दिया है। उनके इस फैसले ने पाकिस्तान क्रिकेट में हलचल मचा दी है, क्योंकि रिजवान देश के सबसे भरोसेमंद और लोकप्रिय खिलाड़ियों में से एक माने जाते हैं।
रिजवान और PCB के बीच बढ़ता तनाव
दरअसल, PCB ने हाल ही में अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है। पहले जो खिलाड़ी A कैटेगरी में आते थे — जैसे बाबर आजम, शाहीन अफरीदी और मोहम्मद रिजवान — उन्हें अब B कैटेगरी में डाल दिया गया है। इसका मतलब यह है कि इन खिलाड़ियों को पहले की तुलना में कम वेतन और सुविधाएं मिलेंगी। इस निर्णय से रिजवान बेहद नाराज हैं और उन्होंने साफ कहा है कि जब तक PCB उनकी चिंताओं पर ध्यान नहीं देता, वह कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, रिजवान ने PCB से A कैटेगरी को फिर से बहाल करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि कप्तानी जैसे बड़े फैसलों में खिलाड़ियों को पहले से जानकारी दी जानी चाहिए, ताकि टीम के भीतर पारदर्शिता बनी रहे।
कप्तानी छिनने से बढ़ा विवाद
मोहम्मद रिजवान की नाराजगी की एक और बड़ी वजह है कप्तानी छिनना। हाल ही में PCB ने उन्हें हटाकर शाहीन शाह अफरीदी को वनडे टीम का नया कप्तान बना दिया। रिजवान, जो पिछले कुछ समय से टीम का नेतृत्व कर रहे थे, इस फैसले से बेहद निराश हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के कप्तानी से हटाया गया, जिससे उनके और बोर्ड के बीच मतभेद और गहरे हो गए हैं। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रिजवान चाहते हैं कि PCB कप्तानी को लेकर एक स्पष्ट नीति बनाए, ताकि खिलाड़ियों को यह पता रहे कि उनके पास नेतृत्व का मौका कितने समय तक रहेगा। अचानक लिए जाने वाले ऐसे फैसले टीम के मनोबल को कमजोर करते हैं।
टी20 टीम से भी बाहर, फैंस में नाराजगी
33 वर्षीय मोहम्मद रिजवान पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने टी20 और टेस्ट दोनों फॉर्मेट्स में शानदार प्रदर्शन किया है। इसके बावजूद, दिसंबर 2024 के बाद से उन्हें टी20 टीम में जगह नहीं मिली है। कई क्रिकेट विश्लेषकों और फैंस का मानना है कि बोर्ड का यह फैसला रिजवान जैसे खिलाड़ी के साथ अन्याय है। पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर रिजवान को लेकर #StandWithRizwan ट्रेंड कर रहा है। फैंस का कहना है कि जो खिलाड़ी देश के लिए इतने वर्षों से लगातार योगदान दे रहा है, उसके साथ ऐसा व्यवहार अनुचित है।
PCB के अंदर बढ़ती गुटबाजी के संकेत
रिजवान के इस कदम ने PCB के भीतर गुटबाजी और असंतोष की परतें खोल दी हैं। क्रिकेट बोर्ड पहले से ही कप्तानी को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहा था, क्योंकि बाबर आजम को हटाने और फिर शाहीन को कप्तान बनाने के फैसले पर भी फैंस ने सवाल उठाए थे। अब रिजवान का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट न साइन करना इस विवाद को और गहरा कर रहा है। एक पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने मीडिया से कहा, “रिजवान जैसे सीनियर खिलाड़ी अगर बोर्ड से नाराज हैं, तो इसका मतलब है कि टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों के बीच भरोसे की कमी बढ़ रही है। यह स्थिति टीम के प्रदर्शन को भी प्रभावित कर सकती है।”
PCB का रुख और आगे की स्थिति
PCB ने इस विवाद पर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार बोर्ड रिजवान से बातचीत के लिए तैयार है और जल्द ही एक बैठक बुलाई जा सकती है। बोर्ड का कहना है कि वे सभी खिलाड़ियों को बराबर मौके देना चाहते हैं और किसी भी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। दूसरी ओर, रिजवान अपने फैसले पर अडिग हैं। उनके करीबी सूत्रों के मुताबिक, वह तभी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट साइन करेंगे जब बोर्ड उनकी मांगों पर ठोस कदम उठाएगा।
पाकिस्तान क्रिकेट में फिर मचा बवाल
पाकिस्तान क्रिकेट पहले भी आंतरिक विवादों, कप्तानी संकट और चयन विवादों का गवाह रहा है। अब मोहम्मद रिजवान बनाम PCB की यह जंग टीम के भीतर एक नए संकट का संकेत दे रही है। जहां फैंस रिजवान के समर्थन में उतर आए हैं, वहीं बोर्ड के सामने चुनौती है कि वह इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाए। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या रिजवान अपना फैसला बदलते हैं या फिर पाकिस्तान क्रिकेट एक और बड़े विभाजन की ओर बढ़ रहा है।