दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) को नेशनल हाईवे-9 (NH-9) से सीधी और त्वरित कनेक्टिविटी प्रदान करने वाला IPEM कॉलेज के पास स्थित महत्वपूर्ण कट, अब अगले छह महीनों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यह कट वही है जिसके लिए क्रॉसिंग्स रिपब्लिक के निवासियों ने एक साल पहले लंबा संघर्ष किया था, लेकिन अब यह अस्थाई रूप से बंद होने से उनकी मुश्किलें फिर बढ़ गई हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस कट को बंद करने का कारण बताते हुए कहा है कि 18.6-किमी के निशान पर स्थित यह जंक्शन एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी जाम की समस्या बन गया था। इस बिंदु पर, दो अलग-अलग दिशाओं से आने वाला तेज रफ्तार ट्रैफिक एक बेहद संकरे हिस्से में फंस रहा था, जिसके परिणामस्वरूप यहाँ हर दिन भारी जाम लग रहा था। यह स्थिति DME की मूल 'एक्सेस-कंट्रोल्ड' डिज़ाइन और तेज आवागमन के उद्देश्य के बिल्कुल विपरीत थी।
विफल प्रयोग और संरचनात्मक समस्या
अधिकारियों ने पहले 1 दिसंबर से शाम 6 बजे से 9 बजे तक इस कट को आंशिक रूप से बंद करने का प्रयोग किया था, ताकि पीक आवर (Peak Hour) में जाम कम हो सके, लेकिन यह प्रयास विफल रहा। जैसे ही बैरिकेड हटाए जाते, कुछ ही मिनटों में भयंकर जाम दोबारा लग जाता था।
NHAI और ट्रैफिक विभाग की संयुक्त समीक्षा में यह स्पष्ट हो गया कि समस्या केवल अस्थाई नहीं, बल्कि संरचनात्मक (Structural) है। कट की मौजूदा चौड़ाई (सिंगल लेन) और ट्रैफिक मर्जिंग (Merging) डिज़ाइन ही इस जाम का मूल कारण थी, क्योंकि दिल्ली की ओर से NH-9 पर आने वाला ट्रैफिक और DME से उतरने वाले वाहन एक ही संकरे बिंदु पर मिल रहे थे, जिससे एक बॉटल नेक की स्थिति बन रही थी।
इस विश्लेषण के आधार पर, यह निर्णय लिया गया है कि कट को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए। ट्रैफिक विभाग के अनुसार, इंजीनियरों को जंक्शन को एक नई, अधिक क्षमता वाली डिजाइन के साथ तैयार करने के लिए समय चाहिए, इसलिए यह कट कम से कम जून 2026 तक बंद रहेगा।
निवासियों के लिए बढ़ा 10 किमी का सफर
क्रॉसिंग्स रिपब्लिक के निवासियों के लिए यह निर्णय एक बड़ी निराशा लेकर आया है। कट खुला रहने पर दिल्ली से घर पहुंचने में केवल 35-40 मिनट का समय लगता था, लेकिन अब उन्हें पुराने, भीड़भाड़ वाले रास्तों का इस्तेमाल करना होगा।
निवासी संदीप सिंह ने बताया कि अब उन्हें एक्सप्रेसवे से निकलने के लिए खोड़ा-इंदिरापुरम की ओर जाना होगा, जिससे NH-9 से जुड़ने के लिए उन्हें लगभग 10 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। अधिवक्ता अमित शर्मा ने कहा कि NH-9 पर पहले से ही इंदिरापुरम, सेक्टर-62, छिजारसी, सिद्धार्थ विहार और विजय नगर जैसे कम से कम पाँच ऐसे स्थान हैं जहाँ रोज़ाना भारी भीड़ रहती है। अब दिल्ली आने-जाने में दो घंटे से कम का समय लगना संभव नहीं दिखता।
इस असुविधा के कारण, कई निवासी अब दोबारा एकजुट होकर इस निर्णय के खिलाफ आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि यह उनके दैनिक आवागमन को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहा है।