एयर इंडिया की एक और फ्लाइट में तकनीकी खराबी के चलते कोलकाता एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई है। फ्लाइट AI-180 जो सैन फ्रांसिस्को से मुंबई आ रही थी, रात करीब 12 बजकर 45 मिनट पर विमान के बाएं इंजन में अचानक तकनीकी खराबी आ गई। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विमान को कोलकाता एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा, लेकिन खराबी को वहीं ठीक नहीं किया जा सका।
विमान आगे मुंबई के लिए उड़ान नहीं भर पाया, इसलिए यात्रियों को मंगलवार सुबह लगभग 5:20 बजे ऑनबोर्ड अनाउंसमेंट के जरिए विमान से उतरने के निर्देश दिए गए। फ्लाइट के कैप्टन ने यात्रियों को स्पष्ट किया कि यह निर्णय उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। एयरलाइन की ओर से मुंबई पहुंचाने के लिए उचित इंतजाम किए जाएंगे।
यह घटना एयर इंडिया के लिए लगातार दूसरे दिन तकनीकी परेशानियों का संकेत है। पिछले 24 घंटों में एयर इंडिया की कई फ्लाइटों में तकनीकी खराबी की वजह से उड़ान रद्द या वापस लौटने की घटनाएं सामने आई हैं।
सोमवार को मुंबई से अहमदाबाद जा रही फ्लाइट AI-2493 को टेकऑफ में खराबी के कारण कैंसिल कर दिया गया था। इसी तरह दिल्ली से रांची जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की बोइंग 737 मैक्स 8 विमान में तकनीकी समस्या आने के कारण पायलट को फ्लाइट वापस दिल्ली की ओर मोड़नी पड़ी। फ्लाइट को सुरक्षित लैंडिंग कराई गई।
इतना ही नहीं, हांगकांग से दिल्ली आ रही फ्लाइट AI-315 को भी तकनीकी खराबी के कारण बीच रास्ते में हांगकांग लौटना पड़ा। इसके अलावा, फ्रैंकफर्ट से हैदराबाद आ रही एक फ्लाइट को भी सुरक्षा की वजह से वापस जर्मनी भेज दिया गया, क्योंकि विमान में बम होने की सूचना मिली थी। इससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा और एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
एयर इंडिया की लगातार हो रही इन तकनीकी खराबियों ने यात्रियों के मन में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। एयरलाइन अधिकारियों ने यात्रियों को भरोसा दिलाया है कि सभी फ्लाइट यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और जल्द से जल्द समस्याओं को दूर कर उड़ानों को सुचारू रूप से संचालित करने का प्रयास किया जा रहा है।
एयरपोर्ट स्टाफ भी इस दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है ताकि किसी भी अप्रत्याशित घटना से निपटा जा सके। यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी फ्लाइट की स्थिति की लगातार जांच करते रहें और किसी भी बदलाव के लिए एयरलाइन की आधिकारिक सूचनाओं पर ध्यान दें।
यह घटनाक्रम यह संकेत दे रहा है कि एयर इंडिया को अपने विमानन प्रबंधन और रखरखाव प्रणाली में और सुधार की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी तकनीकी बाधाएं कम से कम हों और यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।