बिहार की राजनीतिक रूप से संवेदनशील मोकामा विधानसभा सीट पर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। NDA उम्मीदवार अनंत सिंह को दुलारचंद मर्डर केस के चलते हिरासत में लिए जाने के बाद, जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने तत्काल मोर्चा संभाल लिया है। जेडीयू के कद्दावर मंत्री ललन सिंह (Rajiv Ranjan Singh) ने मोकामा सीट पर चुनाव प्रचार की कमान अपने हाथों में ले ली है, जिसके साथ ही उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत NDA के कई दिग्गज नेता भी जल्द ही कैंपेनिंग में उतरने वाले हैं। अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने इस सीट पर एक नाटकीय मोड़ ला दिया है, जिस पर उनका लंबे समय से दबदबा रहा है। उनकी अनुपस्थिति में ललन सिंह की सक्रियता ने मोकामा के चुनाव को एक प्रतिष्ठा की लड़ाई बना दिया है।
'यह घटना नहीं, कराया गया षड्यंत्र है' - ललन सिंह
सोमवार को मोकामा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ललन सिंह ने अनंत सिंह की अनुपस्थिति को 'कानून के राज' का सम्मान बताया, लेकिन साथ ही उनकी गिरफ्तारी को एक गहरा राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। ललन सिंह ने जनसभा में कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कानून के राज का सम्मान करते हुए अनंत बाबू आज यहां नहीं हैं। इस लिए मैंने कमान संभाल ली है। लेकिन एक बात बता दें कि ये घटना अपने आप नहीं हुई है, यह घटना कराए जाने का षड्यंत्र रचा गया है।"
उन्होंने जनता से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि किसी को भी जरा सा भी मनोबल नहीं गिराना है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि पुलिस जांच हो रही है और इस जांच में सारे षड्यंत्र का खुलासा होगा। यह बयान सीधे तौर पर विपक्ष पर अनंत सिंह को फंसाने की साजिश रचने का आरोप लगाता है।
NDA का बुलंद हौसला: 'पूरा बिहार मोदी-नीतीश मय है'
ललन सिंह ने मोकामा की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि इस षड्यंत्र का जवाब जनता को वोट की ताकत से देना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से अपना मनोबल ऊंचा रखने और एकजुटता दिखाने का आह्वान किया।
उन्होंने दावा किया कि "पूरा बिहार मोदी-नीतीश मय है। पूरे बिहार में मोदी-नीतीश की जय जय है और बिहार में एक बार फिर NDA की सरकार बनेगी।" ललन सिंह की यह आक्रामकता दर्शाती है कि NDA, अनंत सिंह की अनुपस्थिति को सहानुभूति और राजनीतिक एकता में बदलने की रणनीति पर काम कर रहा है।
राजनीतिक रूप से संवेदनशील सीट पर दबदबा
मोकामा सीट लंबे समय से अपने मजबूत राजनीतिक दांव-पेंच और बाहुबली नेताओं के प्रभाव के लिए जानी जाती है। विधायक अनंत सिंह (जिन्हें पहले बाहुबली के नाम से जाना जाता था) का इस सीट पर गहरा प्रभाव रहा है। दुलारचंद मर्डर केस में उनकी गिरफ्तारी NDA के लिए चुनाव से ठीक पहले एक बड़ा झटका है, लेकिन पार्टी ने तुरंत ललन सिंह जैसे अनुभवी नेता को आगे करके यह संकेत दिया है कि वह मोकामा को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ना चाहती। ललन सिंह की अगुवाई में, NDA अब इस सीट पर सहानुभूति लहर और विकास बनाम बाहुबल के नैरेटिव पर चुनाव प्रचार करने की तैयारी में है।
बीजेपी सांसद का खुला समर्थन: 'झूठी FIR, जनता लड़ेगी चुनाव'
अनंत सिंह के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने विधायक को निर्दोष बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ की गई एफआईआर झूठी है और यह एक साजिश का हिस्सा है।  बीजेपी सांसद ने दावा किया कि इस 'साजिश' का फायदा अंततः NDA को ही होने वाला है। उन्होंने मोकामा की जनता से सीधा भावनात्मक जुड़ाव बनाते हुए कहा कि अब इस सीट पर चुनाव उम्मीदवार नहीं बल्कि मोकामा की जनता लड़ेगी। यह बयान NDA के भीतर अनंत सिंह के लिए मजबूत समर्थन और एकजुटता को दर्शाता है, जो चुनाव प्रचार को और भी गरमाएगा। मोकामा का चुनाव अब सिर्फ एक सीट का चुनाव नहीं रहा, बल्कि यह राजनीतिक षड्यंत्र के आरोपों और कानून के राज के सम्मान के बीच फंसे एक हाई-प्रोफाइल मामले का जनमत संग्रह बन गया है।