अमेरिका की सबसे बड़ी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने एक बार फिर अपनी तेज कार्रवाई का परिचय दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी और मशहूर कंजरवेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की हत्या के मामले में एजेंसी ने 36 घंटे के भीतर आरोपी टेलर रॉबिन्सन को गिरफ्तार कर लिया है। रॉबिन्सन की उम्र महज 22 साल है और वह दक्षिणी यूटा का रहने वाला है।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान
FBI डायरेक्टर काश पटेल ने एक प्रेस ब्रीफिंग में जानकारी दी कि हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में CCTV फुटेज ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई। फुटेज में टेलर रॉबिन्सन को घटना के बाद कैंपस की छत से कूदकर पार्किंग की ओर भागते हुए देखा गया। उसी फुटेज के आधार पर उसका स्केच तैयार किया गया और जब यह स्केच सार्वजनिक किया गया, तो उसके रूममेट ने तुरंत उसकी पहचान की और महत्वपूर्ण सुराग दिए।
डिस्कॉर्ड मैसेज से खुला राज
रॉबिन्सन ने डिस्कॉर्ड एप के ज़रिए अपने रूममेट को कुछ संदिग्ध मैसेज भेजे थे। उसने मैसेज में लिखा था कि उसने एक राइफल को झाड़ियों में छिपा दिया है, जो एक तौलिये में लिपटी हुई है। जब जांच एजेंसियों ने उस इलाके की तलाशी ली, तो उन्हें वहां राइफल मिल गई। राइफल पर मौजूद फिंगरप्रिंट्स और हथेली के निशान से आरोपी की पुष्टि हो गई। साथ ही, उसके जूतों की छाप भी छत से कूदने वाले फुटेज से मेल खा रही थी।
परिवार ने दी गिरफ्तारी में मदद
FBI प्रमुख काश पटेल ने इस केस में रॉबिन्सन के परिवार की भूमिका को भी अहम बताया। रॉबिन्सन के पिता ने वाशिंगटन काउंटी शेरिफ ऑफिस को जानकारी दी कि उनका बेटा घटना की रात घर आया और खाने की मेज पर हत्या की बात कबूल कर दी। जब परिवार ने उसे पुलिस के सामने सरेंडर करने को कहा, तो वह खुदकुशी की धमकी देने लगा। इसके बाद FBI को सूचित किया गया और घर पहुंचकर पूछताछ के बाद आरोपी को हिरासत में ले लिया गया।
चार्ली किर्क की हत्या कैसे हुई?
चार्ली किर्क उस समय यूटा में एक डिबेट कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। यहीं किसी बात को लेकर रॉबिन्सन और चार्ली के बीच बहस हुई। जांच में अब तक मिली जानकारी के अनुसार, रॉबिन्सन ने पहले से हत्या की योजना बना रखी थी। अभी हत्या के पीछे की मंशा और मानसिक स्थिति की जांच की जा रही है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
चार्ली किर्क की हत्या ने अमेरिकी राजनीति में भारी हलचल मचा दी है। ट्रंप समर्थकों में गुस्सा है और सोशल मीडिया पर #JusticeForCharlieKirk ट्रेंड कर रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप ने इस घटना पर दुख जताया और कहा कि "हम अपने सच्चे देशभक्तों को खोते जा रहे हैं।"